Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana ऑनलाइन आवेदन/ पंजीकरण फॉर्म(PMFBY2023)
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana आवेदन पत्र 2023
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन पत्र आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से या बैंकों / सीएससी केंद्रों के माध्यम से ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा किए जा सकते हैं।
PMFBY के तहत किसानों के पंजीकरण के लिए सभी राष्ट्रीयकृत वाणिज्यिक बैंक, सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अधिकृत हैं ।जिन किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कोई ऋण नहीं लिया है, वे पीएमएफबीवाई के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के पात्र हैं।
चूंकि किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मौसमी फसल ऋण लेने वाले किसानों के लिए फसल बीमा अनिवार्य है, वे केवल बैंकों के माध्यम से पीएमएफबीवाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को यदि प्राकृतिक आपदाओं के कारण आर्थिक हानि होती है तो इस हानि को सरकार द्वारा कुछ हद तक कवर करने की कोशिश किया जाता है।
इस योजना के तहत किसानों के द्वारा भुगतान की जाने वाली बीमा की प्रीमियम राशि को बहुत ही कम रखा गया है जिससे छोटा किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकें ।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानो के फसल की सुरक्षा के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गयी है।
इस योजना के तहत यदि किसानों की फसल ख़राब हो जाती है, तो उस पर बीमा कवर देने का प्रावधान किया गया है, यानि फसल ख़राब होने पर बीमा दावा (क्लेम) राशि दी जाएगी। इसे सरकार की दो पूर्ववर्ती योजनाओं से बदला गया है।
इन दो योजनाओं में पहली नेशनल एग्री एंश्योरैंस स्कीम और दूसरी मॉडिफाई एग्री एंश्योरेंस स्कीम थी। इन दोनों स्कीम में काफी कमियां थी। पुरानी दोनों योजनाओं सबसे बड़ी कमी उनकी लम्बी दावा की प्रक्रिया थी।
इन पुरानी योजनाओं में किसानों की फसल खीज होने पर क्लेम में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यही कारण रहा की इन दोनों के स्थान पर प्रधान मंत्री सफलता बीमा योजना को लाया गया। पीएमएफबीवाई योजना की शुरुआत 13 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसमें प्रीमियम राशि को प्रत्येक किसानों की आर्थिक स्थिति पर काफी कम रखा गया है। खरीफ पर 5% व रबी पर केवल 1.5% प्रीमियम राशि है।
अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए आपको 31 दिसम्बर 2022 से पहले कुछ प्रीमियम राशि बीमा भुगतान करनी होती है। इससे आपकी फसल सुरक्षित हो जाएगी। यानि यदि आपकी फसल ख़राब हो जाय तो आपको उसका दावा भुगतान किया जायेगा। रबी 2022-23 फसल के लिए इस समय 31 दिसम्बर तक आवेदन लिए जा रहे है। यदि आप बीमा योजना का लाभ लेना चाहते है।
तो आप तुरंत अपने नजदीकी बैंक या बीमा कंपनी जाकर आप बीमा करवा सकते है। यदि आपने किसान क्रेडिट कार्ड ऋण लिया है। तो आपको केवल एक फार्म पर हस्ताक्षर करके बीमा करवा सकते है। यदि आपने ऋण लोन नहीं लिया है, तो आप स्वयं ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर या नजदीकी जन सेवा केंद्र जाकर फसल बीमा करवा सकते है।
किसान भाइयों इस समय मानसून का सीजन चल रहा है, इस समय कहीं राज्य बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ के कारण किसानों की फैसले बर्बाद हो गयी है, ऐसे में किसान गहरे सदमे में है, क्यूंकि जिस फसल को उन्होंने बड़े उम्मीद के साथ बोया था उस पर पानी फिर गया है। लेकिन आपको अब फसल ख़राब होने से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
यदि आपने फसल बीमा योजना के अंतर्गत अपनी खरीफ फसल का बीमा करवाया है, तो आपके फसल की भरपाई केंद्र सरकार करेगी। केंद्र सरकार की फसल बीमा योजना के तहत आपको नाम मात्र का प्रीमियम देना होता है, लेकिन फसल खराब होने पर आपका भारी नुकसान बच जाता है।pmfby.gov.in।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY) नवीनतम अद्यतन
केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2016 में किसान फसल बीमा योजना (PMFBY) की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य प्राकृतिक प्रवृत्ति से होने वाले नुकसान से किसानों को राहत देना है और कृषि कार्यों के लिए नई तकनीक से उत्पादन को गोद लेने के लिए बढ़ावा देना है।
इस योजना के तहत किसानों द्वारा दी जाने वाली निर्धारित बीमा किस्त/प्रेमियम, खरीफ के सभी राग के लिए 2%, रबी अनियमितता के लिए 1.5% और करार के लिए 5% है।
इस योजना का प्रशासन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। सभी खरीफ फसलों के लिए केवल 2% एवं सभी रबी फसलों के लिए 1.5% का एक समान प्रीमियम का भुगतान किया जाना है। वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के मामले में प्रीमियम केवल 5% होगा।
पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों में बारिश एवं शीतकाल के दौरान होने वाली फसल को भारी हानि पहुँचाती है। ऐसे में अलग-अलग राज्य सरकारों के द्वारा किसानों को हुए इस नुकसान का आंकलन करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मैदानी अमले के संयुक्त दलों द्वारा किया जायेगा। फसल नुकसान के साथ पशु हानि और मकानों को हुए नुकसान का भी सर्वे होगा।
ऐसे में जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना या बागवानी बीमा योजना में पंजीकरण नहीं कराया है।,
ऐसे प्रभावित किसान प्राकृतिक आपदा जैसे ओलावृष्टि, बेमौसमी बरसात व अन्य कारणों से हुए फसलों के नुकसान की सूचना क्षतिपूर्ति पोर्टल तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर दें।
प्रभावित किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी शिकायत, नुकसान का अनुमान फोटो सहित तुरंत दर्ज कर दें।
अधिकारी खेत में जाकर उसका भौतिक निरीक्षण करेंगे।
क्षतिपूर्ति पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के लिए किसान को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण जरूरी हैं। नुकसान की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए किसान को मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसान अनुभाग में जाकर क्षतिपूर्ति पोर्टल पर शिकायत दर्ज करना अनिवार्य है।
सर्वे पूरा होते ही राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत प्रभावित किसानों को राहत राशि वितरित की जायेगी। उन्होंने बताया कि सर्वे का काम पूरी पारदर्शिता और किसानों की संतुष्टि के साथ किया जायेगा।
श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 18 फरवरी, 2016 को मध्य प्रदेश के सीहोर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) की शुरूआत की घोषणा के 6 वर्ष पूरा होने के बाद, इस योजना ने आगामी खरीफ 2022 सीज़न के साथ अपने कार्यान्वयन के 7वें वर्ष में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 18 फरवरी, 2016 को मध्य प्रदेश के सीहोर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) की शुरूआत की घोषणा के 6 वर्ष पूरा होने के बाद, इस योजना ने आगामी खरीफ 2022 सीज़न के साथ अपने कार्यान्वयन के 7वें वर्ष में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है।
पीएमएफबीवाई भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली फसल के नुकसान/क्षति से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। पीएमएफबीवाई के तहत 36 करोड़ से अधिक किसानों का बीमा किया गया है। 4 फरवरी, 2022 तक इस योजना के तहत 1,07,059 करोड़ रुपये से अधिक के दावों का भुगतान किया जा चुका है।
यह योजना 6 साल पहले शुरू की गई थी, जिसे 2020 में किसानों की स्वैच्छिक भागीदारी को आसान बनाने के लिए नया रूप दिया गया था।
इसके माध्यम से किसान फसल बीमा ऐप, सीएससी केंद्र या निकटतम कृषि अधिकारी के माध्यम से किसी भी घटना के 72 घंटे के भीतर फसल के नुकसान की रिपोर्ट आसानी से कर सकते हैं।
साथ ही, पात्र किसान के बैंक खातों में इलेक्ट्रॉनिक रूप से दावे की धनराशि भी अंतरित की गई।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस योजना के तहत कार्यान्वयन वाले सभी राज्यों में किसानों को ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ के लिए फसल बीमा पॉलिसी प्रदान करने के लिए डोर-टू-डोर वितरण अभियान शुरू किया जाएगा।
अपनी राज्य/जिला स्तरीय शिकायत समिति के माध्यम से, यह योजना किसानों को जमीनी स्तर पर अपनी शिकायतें प्रस्तुत करने में भी सक्षम बनाती है।
इसमें आईईसी गतिविधियों के माध्यम से किसानों की शिकायतों को स्वीकार करना और उनका समाधान करना भी शामिल है, जैसे कि फसल बीमा सप्ताह, जिसे दो बार द्विवार्षिक मनाया जाता है,
पीएमएफबीवाई पाठशाला, सोशल मीडिया अभियान, एक टोल-फ्री हेल्पलाइन और ईमेल संचार।
अपनी राज्य / जिला स्तर की शिकायत समितियों के माध्यम से, यह योजना किसानों को जमीनी स्तर पर अपनी शिकायतें दर्ज कराने में भी सक्षम बनाती है।
इसमें फसल बीमा सप्ताह, जिसे दो बार मनाया जाता है, PMFBY पाठशाला, सोशल मीडिया अभियान, एक टोल-फ्री हेल्पलाइन और ईमेल संचार जैसी IEC गतिविधियों के माध्यम से किसानों की शिकायतों को स्वीकार करना और उनका समाधान करना शामिल है।
मंत्री Nirmala Sitharaman द्वारा अपने 2022-23 के बजट भाषण में फसल बीमा के लिए ड्रोन के उपयोग पर हाल ही में की गई घोषणा से जमीनी स्तर पर योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए प्रौद्योगिकी के एकीकरण को और मजबूती मिलेगी।
यह योजना सबसे कमजोर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में सक्षम है, क्योंकि इस योजना में लगभग 85 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान शामिल हैं।
भारत की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मल गठित द्वारा 2022-23 के बजट के बजट के दौरान फसल बीमा के लिए विलयन के उपयोग के बारे में हाल की घोषणा से धरातल पर योजना के कार्यान्वयन के लिए प्रौद्योगिकी का एकीकरण और भी अधिक मजबूत होगा।
किसान फसल बीमा योजना सबसे कमजोर किसानों की सहायता करने में सक्षम है। केंद्र सरकार ने इस योजना में नामंकित 90% किसान छोटे और सीमांत किसान हैं।
केंद्र सरकार की वित्त मंत्री श्री मति निर्मल सितारमन द्वारा 2022-23 के बजट पेश करने के दौरन अपने भासन में किसान फसल बीमा योजना के लिए योजना के लिए इस्तमाल से सफलता का एककरण करना है।
अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी किसान पीएमएफबीवाई के तहत अपनी नीतियों, भूमि अभिलेखों, दावे की प्रक्रिया और शिकायत निवारण के बारे में संपूर्ण जानकारी से अच्छी तरह अवगत हैं।
इसमें आईईसी गतिविधियों के माध्यम से किसानों की धारणा को स्वीकार करना और उनका समाधान करना भी शामिल है, जैसे कि फसल बीमा सप्ताह, जिसे दो बार द्विवार्षिक मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली फसल के नुकसान/क्षति से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। पीएमएफबीवाई के तहत 36 करोड़ से अधिक किसानों का बीमा किया गया हैc 4 फरवरी, 2022 तक इस योजना के तहत 1,07,059 करोड़ रुपये से अधिक के दावों का भुगतान किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानो के फसल की सुरक्षा के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गयी है। इस योजना के तहत यदि किसानों की फसल ख़राब हो जाती है।
तो उस पर बीमा कवर देने का प्रावधान किया गया है, यानि फसल ख़राब होने पर बीमा दावा (क्लेम) राशि दी जाएगी। इसे सरकार की दो पूर्ववर्ती योजनाओं से बदला गया है।
इन दो योजनाओं में पहली नेशनल एग्री एंश्योरैंस स्कीम और दूसरी मॉडिफाई एग्री एंश्योरेंस स्कीम थी। इन दोनों स्कीम में काफी कमियां थी। पुरानी दोनों योजनाओं सबसे बड़ी कमी उनकी लम्बी दावा की प्रक्रिया थी।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना का परिणामी बीमा केंद्र सरकार द्वारा शुरू में कहीं भी साल हो गए हैं, प्रधानमंत्री योजना को पहले कुछ अन्य नामों से जाना जाता था। लेकिन बाद में इसका नाम घटाकर घटा-बढ़ाकर बीमा योजना कर दिया गया।
तब फसली बीमा ऐसे किसानों के लिए जिन्होंने कृषि ऋण लिया था, उनके लिए इसे लेना अनिवार्य था। लेकिन सरकार द्वारा अब इसे वैकल्पिक कर दिया गया है। यदि कोई किसान फसल बीमा नहीं करवाना चाहता है, तो अब सरकार द्वारा इसका निर्णय (विकल्प) अब दिया गया है।
आप यदि फसल बीमा नहीं करवाना चाहते हैं, तो अपने बैंक करें फॉर्म भरकर इसे बंद कर सकते हैं। आपको बीमा कंपनी द्वारा दो विकल्प दिए जाएंगे।
यदि आप करवाना चाहते हैं, तो स्टेक इन और यदि नहीं करवाना चाहते हैं, तो स्टेटमेंट आउट फॉर्म भरकर बैंक को देना होगा। आपको यह फॉर्म साल में दो बार देना होगा। रबी सीजन के लिए 25 कनेक्शन व खरीफ सीजन के लिए 25 जुलाई तक आपको फॉर्म भरना होगा।
उसके बाद आपको किसान कॉर्नो के विकल्प का चयन करना होगा। फार्मर कार्नर विकल्प का चयन करने के बाद एक नया खुलेगा। फिर आपको अतिथि किसान के विकल्प का चयन करना होगा। उसके बाद एक फॉर्म आएगा जिसे आपको पूरा भरना होगा।
फॉर्म में जमीन का नक्शा बन जाएगा और बैंक की जानकारी हो जाएगी। ये सभी विवरण सावधानी से भरकर आप प्रीमियम का भुगतान कर लें। इस प्रकार आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY) फसल हानि रिपोर्टिंग
कोई भी किसान Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के तहत फसल नुकसान की रिपोर्ट करने के लिए App Download कर सकता है।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY) आवेदन की स्थिति ऑनलाइन जांचें नीचे PMFBY किसान ऑनलाइन आवेदन की स्थिति की जांच करने की पूरी प्रक्रिया है:
सेटअप 1. सबसे पहले आधिकारिक प्रधानमंत्री पोर्टल pmfby.gov.in पर जाएं।
सेटअप 2. होमपेज पर, “एप्लीकेशन स्टेटस- नो योर एप्लीकेशन स्टेटस ऑन एवरी स्टेप” लिंक पर क्लिक करें, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है: –
सेटअप 3. बाद में, पीएमएफबीवाई किसान ऑनलाइन आवेदन स्थिति फॉर्म निम्नानुसार दिखाई देगा:-
सेटअप 4. यहां उम्मीदवार “आवेदन संख्या” और “कैप्चा” दर्ज कर सकते हैं और फिर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसान आवेदन की स्थिति देखने के लिए “स्थिति जांचें” बटन पर क्लिक कर सकते हैं।
होमपेज पर “आवेदन स्थिति” बैनर पर क्लिक करके और इनपुट बॉक्स में रसीद संख्या दर्ज करके (PMFBY) स्थिति आसानी से जांची जा सकती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) बीमा प्रीमियम राशि की गणना करने की पूरी प्रक्रिया नीचे दी गई है:
सेटअप 1. PMFBY के आधिकारिक पोर्टल pmfby.gov.in पर जाएं
सेटअप 2. मुखपृष्ठ पर, “बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर – इससे पहले अपना बीमा प्रीमियम जानें” टैब पर क्लिक करें: –
सेटअप 3. अब फसल बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर पेज खुलेगा। प्रतिनिधि छवि नीचे दिखाई गई है:
सेटअप 4: यहां प्रीमियम राशि की गणना करने के लिए विवरण दर्ज करें। सबसे पहले मौसम (खरीफ/रबी), वर्ष, योजना का नाम (पीएमएफबीवाई, मौसम आधारित फसल बीमा), राज्य, जिला, फसल और फिर क्षेत्रफल हेक्टेयर में चुनें।
सेटअप 5: अंत में, अपनी बीमा प्रीमियम राशि जानने के लिए “गणना करें” बटन पर क्लिक करें। आपके चयन के आधार पर प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के लिए परिकलित बीमा प्रीमियम नीचे प्रदर्शित किया जाएगा:
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट 2023 – ऑनलाइन चेक करें
सबसे पहले आप आधिकारिक वेबसाइट https://pmfby.gov.in/ पर जा सकते हैं
फिर पीएम फसल बीमा योजना पोर्टल का होमपेज खुलेगा।
यहां आपको “लाभार्थी सूची” सेक्शन पर क्लिक करना होगा।
फिर नए विंडो में आपको अपना राज्य चुनना होगा।
इसके अनुसार आपको अपने जिले का नाम सेलेक्ट करना होगा।
फिर आपको अपने ब्लॉक का नाम सेलेक्ट करना होगा।
जैसे ही आप अपने ब्लॉक का चयन करेंगे, तब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सूची आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
आप लाभार्थियों की उस पीएमएफबीवाई सूची में अपना नाम देख सकते हैं।
आप आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद “रिपोर्ट” अनुभाग के तहत “राज्यवार किसान विवरण” भी देख सकते हैं।
पीएमएफबीवाई लाभार्थियों की सूची का विस्तृत संस्करण प्राप्त करने के लिए, आप डैशबोर्ड – https://pmfby.gov.in/ceo/dashboard देख सकते हैं। यदि आप अपने आवेदन की स्थिति को ट्रैक करना चाहते हैं, तो आप उपरोक्त अनुभाग में उल्लिखित प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं।
बैंक के माध्यम से पीएमएफबीवाई सूची देखें
बैंक के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट चेक करने के लिए आपको अपने नजदीकी बैंक में जाना होगा।
आपको अपना एप्लीकेशन नंबर देना होगा।
संबंधित अधिकारी दस्तावेज भी मांग सकता है जो आपको प्रदान करना होगा।
फिर बैंक के संबंधित अधिकारी आपको पीएमएफबीवाई सूची के बारे में विवरण देंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आवेदन पत्र 2023
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन पत्र क्रमशः आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से या बैंकों / सीएससी केंद्रों के माध्यम से ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा किए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के पंजीकरण के लिए सभी राष्ट्रीयकृत वाणिज्यिक बैंक, सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अधिकृत हैं ।
PMFBY के लिए कौन ऑनलाइन आवेदन कर सकता है: जिन किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कोई ऋण नहीं लिया है, वे पीएमएफबीवाई के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के पात्र हैं। चूंकि किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मौसमी फसल ऋण लेने वाले किसानों के लिए फसल बीमा अनिवार्य है, वे केवल बैंकों के माध्यम से पीएमएफबीवाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantrii fasal beema yojna) फसल बीमा के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2023 के तहत कृषि बीमा के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया नीचे दी गई है। पीएमएफबीवाई के लिए ऑनलाइन आवेदन स्मार्टफोन या डेस्कटॉप/लैपटॉप डिवाइस का उपयोग करके आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है।
सेटअप 1: आधिकारिक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) पोर्टल pmfby.gov.in पर जाएं
सेटअप 2: होमपेज पर, “किसान कॉर्नर – फसल बीमा के लिए स्वयं आवेदन करें” अनुभाग पर क्लिक करें, जैसा कि नीचे दिए गए चित्र में दिखाया गया है:
सेटअप 3: किसान कॉर्नर पर क्लिक करने पर, नए किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) फसल बीमा पंजीकरण फॉर्म खोलने के लिए “अतिथि किसान” टैब पर क्लिक करके एक नया उपयोगकर्ता खाता बनाएं या सीधे इस लिंक पर क्लिक करें।
सेटअप 4: वर्ष 2023 के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ऑनलाइन आवेदन फॉर्म इस प्रकार दिखाई देगा:
सेटअप 5: नाम और मोबाइल नंबर (मोबाइल नंबर भी सत्यापित करें), आवासीय विवरण, किसान आईडी (आधार संख्या सत्यापित की जानी है), बैंक खाता संख्या और विवरण जैसे किसानों के विवरण दर्ज करें और पंजीकरण पूरा करने के लिए “उपयोगकर्ता बनाएं” बटन पर क्लिक करें प्रक्रिया।
सेटअप 6: पंजीकरण करने के बाद, किसान फसल बीमा के लिए शेष फॉर्म भरने के लिए अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर का उपयोग करके लॉगिन कर सकते हैं, आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत फसल बीमा के लिए आवश्यक दस्तावेजों की पूरी सूची निम्नलिखित है।
आधार कार्ड
बैंक पासबुक (बैंक खाता विवरण), भू-अभिलेख, बुवाई प्रमाण पत्र
अगर आप जमीन के मालिक हैं तो खसरा नंबर/खाता नंबर दस्तावेज की जरूरत होती है।
बुवाई प्रमाण पत्र एक साधारण श्वेत पत्र हो सकता है जिसमें गांव के पटवारी, सरपंच या प्रधान द्वारा हस्ताक्षरित बुवाई के विवरण हों। अलग-अलग राज्यों के लिए प्रक्रिया अलग-अलग है, इसके लिए अपनी नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।
यदि आप बंटाई के आधार पर किसान हैं, तो पंजीकरण के लिए भूमि मालिक के साथ खसरा नंबर / खाता संख्या के साथ समझौते की एक प्रति की आवश्यकता होगी।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निर्वाचन कार्ड (वोटर आईडी कार्ड)
- निवास प्रमाणपत्र
- खेत का खसरा नंबर
- सरपंच या पटवारी से खेत मे बुआई होने का प्रमाणपत्र
- बैंक खाता
- कैंसल चेक
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
योजना का लाभ लेने या बीमा राशि का दावा करने के लिए सभी किसानों को आवेदन करना होगा और बीमा प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
भारतीय उद्योग का एक बहुत बड़ा हिस्सा कृषि पर आधारित है। इसी वजह से भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। हालांकि, कृषि व्यवसाय करते समय किसान काफी जोखिम का सामना करना पड़ता है।
उनकी परिणाम की गुणवत्ता के अनुसार ये बात मौसम चक्र और वर्षा पर टिकती है। भारत में हर साल किसानों को सीजन की मार बढ़ाना है। इस वजह से उन पर कर्ज का बोझ काफी ज्यादा हो जाता है।
इससे उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने उन किसानों के लिए घटा परिणाम के कारण बर्बाद हो जाती है
एक योजना चलाई है जिसका नाम प्रधानमंत्री वित्तीय योजना है। इस योजना के तहत किसानों की फसल का बीमा होता है।
यदि उनकी परिणामी आंधी, तूफान, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हो जाती है तो सरकार ऐसे किसानों को उचित स्पष्टीकरण देती है,
जिससे किसान अपने नुकसान की अनुमान लगा सकते हैं। यदि आप भी किसान हैं तो आपको अपनी फसल की बीमा योजना के तहत निश्चित रूप से करवाना चाहिए।
जब आप खेत में अपनी फसल को बोते हैं तो उसके 10 दिनों के अंदर आप इस योजना में अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
इस योजना में तैयार करने से लेकर काटने तक के 14 दिनों के बीच अगर आपकी परिणामी प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हो जाती है तो आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
इस योजना में आप जुड़ सकते हैं या ऑनलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) प्रीमियम राशि
ऑनलाइन पंजीकरण/आवेदन करने से पहले, किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करके प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) बीमा प्रीमियम राशि की गणना करना सीखना चाहिए। पीएमएफबीवाई बीमा प्रीमियम की गणना राज्य / जिले / फसल के प्रकार और कवर किए गए क्षेत्र पर आधारित है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत फसल बीमा प्राप्त करने के लिए किसानों द्वारा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम की गणना आधिकारिक पोर्टल पर इन विवरणों को भरकर की जा सकती है।
यह फसल बीमा योजना भारी बारिश, प्राकृतिक आपदाओं, कीट या बीमारियों के कारण उनकी फसल खराब होने की स्थिति में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इच्छुक किसान अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करके खरीफ या रबी फसल सीजन के लिए प्रीमियम राशि जान सकते हैं। प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा प्रीमियम किसी भी अन्य फसल बीमा योजना से बहुत कम है। किसान द्वारा भुगतान की जाने वाली प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) प्रीमियम राशि की पूरी सूची नीचे दी गई है।
खरीफ फसलों के लिए पात्र बीमा राशि का 2%
रबी फसलों के लिए पात्र बीमा राशि का 1.5%
वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलें पात्र बीमित राशि का 5%
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना(PMFBY) प्रीमियम राशि
रुपये में वास्तविक बीमा प्रीमियम राशि की गणना राज्य/जिला/फसल आदि के आधार पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करके की जा सकती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एप डाउनलोड करें
आधिकारिक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना Android ऐप का नवीनतम संस्करण Google Play Store पर नीचे दिए गए URL से डाउनलोड किया जा सकता है
https://play.google.com/store/apps/details?id=in.farmguide.farmerapp.central
आप सीधे अपने एंड्रॉइड मोबाइल पर प्ले स्टोर ऐप भी खोल सकते हैं और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ऐप खोजने और फिर डाउनलोड करने के लिए सर्च बॉक्स में “फसल बीमा” टाइप करें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) ऐप का स्क्रीनशॉट
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना(PMFBY) ऐप की विशेषताएं
किसान अपने फसल बीमा के बारे में विवरण देखने के लिए अपने नाम और फोन नंबर का उपयोग करके ऐप पर पंजीकरण कर सकते हैं।
किसान अधिसूचित क्षेत्र जैसे निर्धारित प्राथमिकताओं के आधार पर प्रीमियम राशि की गणना कर सकते हैं।
बीमा राशि के बारे में विवरण पंजीकरण के बाद फसल बीमा ऐप पर भी देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि इस प्रकार है
रबी की फसल के लिए: 31 दिसंबर
खरीफ फसलों के लिए: 31 जुलाई
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) आवेदन की वास्तविक अंतिम तिथि आधिकारिक पोर्टल / निकटतम सीएससी केंद्र / बीमा कंपनी या कृषि अधिकारी या आपके क्षेत्र के बैंकों से प्राप्त की जा सकती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत बीमा राशि का दावा कैसे करें
नीचे फसलों के नुकसान की रिपोर्ट करने और बीमा कंपनी से बीमा राशि का दावा करने की पूरी प्रक्रिया है।
किसानों को सबसे पहले फसल के नुकसान / क्षति के 72 घंटे के भीतर बीमा कंपनी, बैंक, संबंधित राज्य सरकार के अधिकारी या बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर सूचित करना होगा।
बैंक/संबंधित राज्य सरकार का अधिकारी सूचना बीमा कंपनी को अग्रेषित करेगा।
बीमा कंपनी अगले 72 घंटों के भीतर क्षति सर्वेक्षक नियुक्त करेगी।
अगले 10 दिनों में फसलों को हुए नुकसान का सर्वे किया जाएगा।
सर्वे पूरा होने के 15 दिन के भीतर बीमा राशि का भुगतान मिल जाएगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
बीमा कंपनियों के टोल फ्री नंबर
कृषि बीमा कंपनी – 1800116515
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18002095959
भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18001037712
चोलामंडलम एमडी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18002005544
फ्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18002664141
एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18002660700
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18002669725
इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 1800-103-5490
राष्ट्रीय बीमा कंपनी लिमिटेड – 18002007710न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी – 18002091415
ओरिएंटल इंश्योरेंस – 1800118485
रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18001024088/180030024088
रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18005689999
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस – 18001232310
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 180030030000/18001033009
टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड – 18002093536
यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी – 180042533333
यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस कंपनी – 18002005142
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के लाभ और मुख्य विशेषताएं
- क्रांति का एक व्यापक इतिहास:प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने फसल बीमा योजना का लाभ (रबी, खरीफ,) के किसान को कोब्रेज प्रदान करती है।किसानों द्वारा सभी खरीफ फसलों के लिए केवल 2% एवं सभी रबी फसलों के लिए 1.5% का एक समान प्रीमियम का भुगतान किया जाना है। वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के मामले में प्रीमियम केवल 5% होगा।
- यह एक वहनीय उपकरण है:एक व्यवसाय के रूप में कृषि भारत में इतना प्रमुख है कि, आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के अनुसार, यह भारत की अर्थव्यवस्था में सकल मूल्य (जीवीए) का लगभग 18% जोड़ता है।
- इस प्रकार, फसलें न केवल उन्हें उगाने वाले किसानों के लिए बल्कि देश के लिए भी एक महत्वपूर्ण संपत्ति हैं। किसान इस संपत्ति का बीमा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कर सकते हैं।
- जो खेती से जुड़े विभिन्न जोखिमों को कवर करती है। निम्नलिखित लेख इस सरकारी योजना के महत्वपूर्ण विवरणों पर प्रकाश डालता है
- एक सुरक्षा एक व्यापार योग्य वित्तीय संपत्ति है।: यह योजना प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा, बाढ़, चक्रवात या किसी अन्य आपदा के कारण फसल खराब होने की स्थिति में किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
- एक वित्तीय संपत्ति एक तरल संपत्ति है जो किसी इकाई के स्वामित्व के दावे या किसी इकाई से भविष्य के भुगतानों के संविदात्मक अधिकारों का प्रतिनिधित्व करती है और उससे मूल्य प्राप्त करती है।
- एक वित्तीय संपत्ति का मूल्य अंतर्निहित मूर्त या वास्तविक संपत्ति पर आधारित हो सकता है, लेकिन बाजार की आपूर्ति और मांग इसके मूल्य को भी प्रभावित करती है।
- समय पर दावा निपटान: स्थानीय आपदाओं और फसल कटाई के बाद के नुकसान की क्षति का आकलन व्यक्तिगत बीमाकृत कृषि स्तर के आधार पर किया जाएगा और इसलिए किसान / नामित एजेंसियों द्वारा नुकसान की जानकारी दर्ज करना आवश्यक है। किसान को 72 घंटे के भीतर बीमा कंपनी, संबंधित बैंक, स्थानीय कृषि विभाग सरकार / जिला अधिकारियों या हमारे टोल फ्री नंबर (1800 200 7710) के माध्यम से या राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर सूचना दी जा सकती है। संबंधित बीमा कंपनी के साथ पंजीकरण करने के लिए एजेंसी / विभाग को अतिरिक्त 24 घंटे।
- योजना का उद्देश्य फसल के 2 महीने के भीतर दावों का निपटान करना है। यह किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करता है और उन्हें अपनी वित्तीय देनदारियों का प्रबंधन करने में मदद करता है।
- टेक्नोलॉजी का उपयोग:इस पृष्ठभूमि में, कृषि मंत्रालय फसल बीमा दावों के भुगतान के लिए फसल उपज के आंकड़े तेजी से और सटीक रूप से प्राप्त करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करना चाहता है। यहां मंगलवार को नौ प्रायोगिक अध्ययन पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई।
- मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारत सरकार ने योजना के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों को हल करने के उद्देश्य से आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए सीसीई के अनुकूलन पर नौ पायलट अध्ययन शुरू किए हैं।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्षति का आकलन करने और दावों को तेजी से निपटाने के लिए आधुनिक तकनीक जैसे रिमोट सेंसिंग, ड्रोन और स्मार्टफोन का उपयोग करती है।
- क्लियर:
भारत किसानों का देश है जहां ग्रामीण आबादी का अधिकतम अनुपात कृषि पर आश्रित है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी 2016 को एक नई योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का अनावरण किया।
यह योजना उन किसानों पर प्रीमियम का बोझ कम करने में मदद करेगी जो अपनी खेती के लिए ऋण लेते हैं और खराब मौसम से उनकी रक्षा भी करेगी।
यह योजना पारदर्शी है और किसानों को उनकी नीति, प्रीमियम भुगतान और दावे की स्थिति के बारे में जानकारी तक आसान पहुंच प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
के लाभों में दो मुख्य लाभों के रूप में निवेश संरक्षण और प्रतिफल संरक्षण शामिल हैं। पीएम फसल बीमा योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं नीचे दी गई हैं।
बहुत कम प्रीमियम राशि
प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों के नुकसान के मामले में पूर्ण बीमा राशि।
कृषि को और अधिक लाभकारी बनाएं।
भारत में किसानों और कृषि के विकास को बढ़ावा देना।
आसान ऑनलाइन आवेदन और दावा प्रक्रिया।
ऑनलाइन बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर।
help.agri-insurance@gov.in पर 24×7 हेल्पलाइन